क्या आप court marriage करने के लाभ जानना चाहते हैं? क्या आप संशय में हैं कि court marriage करें या सांस्कृतिक विवाह?
मेरे ब्लॉग में जानें कोर्ट मैरिज के फायदे और लें उपयुक्त फैसला।

Blog में जानें Court Marriage करने के लाभ
अगर आप कोर्ट मैरिज करने के इच्छुक हैं तो मेरे ब्लॉग में जानिये आखिर कोर्ट मैरिज करने से क्या फायदा होगा।
1.
कोर्ट मैरिज का affidavit आपको शादी में होने वाले धोखे से बचाता है
Court में divorce के बहुत cases होते हैं जहाँ पहली शादी की बात छिपाकर लोग फिर दूसरी शादी कर लेते हैं। कोर्ट मैरिज में दोनों पक्ष को legal affidavit में अपना शादीशुदा status देना होता है। यह भविष्य में इस तरह के धोखे के विपरीत आपके शादीशुदा अधिकारों को कानूनी सुरक्षा देता है।
2.
कोर्ट मैरिज में मिलता है लड़के एवं लड़की को समान अधिकार
आधुनिक परिवेश में भी विभिन्न मजहब और संस्कृति में कन्या पक्ष को वर पक्ष के आगे हाथ जोड़े ही देखा जाता है। भले ही कन्या पक्ष याचक नहीं बल्कि कन्या को दान करता है, फिर भी सर झुकाए खड़ा रहता है। इसके विपरीत कोर्ट मैरिज के समय न्यायालय कन्या एवं वर पक्ष को एक नज़र से देखता है। यहाँ दोनों को समान अधिकार मिलते है।
3 .
कोर्ट मैरिज से होता है कम समय में विवाह संपन्न
परंपरागत विवाह में बहुत सी रस्में होती हैं जिसमें सब रिश्तेदार व् मित्रगण आते हैं। उन्हें बुलाने और आवभगत में शादी की रस्मों से भी ज्यादा समय लगता है। वहीं कोर्ट मैरिज कम समय में हो जाती है। अगर आप कागज़ी कार्यवाही में भी समय नहीं लगाना चाहते हैं तो किसी वकील को यह काम दे सकते हैं। इससे आपको सिर्फ कोर्ट में sign करने ही जाना होगा।
4.
कोर्ट मैरिज से होती है धन की बचत
भारतीय विवाह में अनेक रस्मों में पूजा-पाठ, दान-पुण्य, दावतें देना, सजावट आदि होती है। इन सब में बेहद खर्चा होता है। वहीं कोर्ट मैरिज में इसके सामने ना के बराबर खर्च होता है। अगर आप वकील नियुक्त न करके खुद कागज़ लगाएं तो आप मात्र कुछ हज़ार रूपये में कोर्ट मैरिज कर सकते हैं।
5.
दो अलग धर्म को मानने वाले लोग भी कर सकते हैं कोर्ट मैरिज
भारत में विभिन्न धर्म को मानने वाले लोग अपने मजहब या संस्कृति के रीती रिवाज़ों से विवाह कर सकते हैं। इसके लिए लड़का लड़की का एक धर्म को मानना आवश्यक है या फिर एक को धर्म परिवर्तन करना पड़ता है। Special Marriage Act बिना धर्म परिवर्तन किये दो अलग धर्म के लोगों को कोर्ट मैरिज करने की स्वीकृति देता है।
6.
सामाजिक मान्यता न मिलने पर कोर्ट मैरिज से मिलती है कानूनी मान्यता
अगर परिवार और समाज के लोग आपके रिश्ते के लिए तैयार नहीं है तब भी आप कोर्ट मैरिज कर सकते हैं। यहां भारतीय कानून आपके विवाह को मान्यता देता है। निवेदन करने पर रजिस्ट्रार विवाह होने तक पुलिस सुरक्षा भी प्रदान करा सकता है
7.
कोर्ट मैरिज के बाद नहीं करना होता मैरिज रजिस्ट्रेशन
पहले सांस्कृतिक विवाह के बाद आपका विवाह संपन्न हो जाता था। आज इसके बाद भी विवाह का रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य है। कोर्ट मैरिज के बाद आपको किसी अन्यत्र रजिस्ट्रेशन की आवश्यकता नहीं है।
8.
रजिस्ट्रार को विवाह का लेनदेन बताकर बचें बाद में दहेज़ के झूठे मुक़दमे से
आजकल रिश्ते टूटना और लड़कियों द्वारा दहेज़ का मुकदमा करना आम बात हो गई है। कोर्ट मैरिज करते समय आप विवाह का लेनदेन रजिस्ट्रार को बता कर note करा सकते हैं। इस तरह आप बाद की अनवांछित वित्तीय अदायगी से बच सकते हैं।
9.
कोर्ट मैरिज से आप पर्यावरण का भी करते हैं कल्याण
कोर्ट मैरिज से आप सिर्फ अपने धन और समय ही नहीं बल्कि पर्यावरण को भी बचाते हैं। आज शादियां सामाजिक दिखावे के लिए होती हैं। हर वस्तु का सस्ता प्लास्टिक विकल्प बढ़ता जा रहा है। इस सबका पर्यावरण पर बुरा असर होता है। ऐसे में कोर्ट मैरिज से आपने की न पर्यावरण की रक्षा!
आप यह भी जानें
| भारत में Court Marriage कैसे की जाती है |
यह थे court marriage करने के लाभ । आशा है आपको मेरे इस ब्लॉग से अवश्य लाभ हुआ होगा। आप इसके अलावा कोई लाभ जानते हैं तो मुझे comment section में अवश्य बताएं।

रस्म और रिवाज़ हैं, एक दूसरे के हमदम!
कलम से पहरा इनपर, रखती हूँ हर दम!