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रोका की रस्म घर परिवार में हो तब सवाल बनता है कि, रोका ceremony के लिए थाली कैसे तैयार करें?

आपके इस सवाल के जवाब में, मैं रोके की शगुन थाली से जुड़ी सामग्री तथा सजावट के तरीकों से संबंधित पूर्ण जानकारी लेकर आई हूँ। 

रोका ceremony के लिए थाली कैसे तैयार करें

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रोका ceremony के लिए थाली कैसे तैयार करें? 

रोके की रस्म में थाली की सामग्री बहुत मायने रखती है। सबसे पहले हम जानेंगे कि रोके की थाली में क्या सामान रखें। इसके बाद देखेंगे कि रोके की थाली कैसे सजाएं।  

रोके के लिए शगुन की थाली में शामिल कीजिए 5 शुभ पदार्थ 

  • रोली 
  • अक्षत 
  • मिठाई 
  • पुष्प 
  • गंगाजल 

रोली है तिलक के लिए सबसे ख़ास, होगा इस से वर वधु के जीवन में खुशियों का आभास 

रोली हल्दी तथा चूने के मिश्रण में होने वाले reaction से तैयार किया गया एक पाउडर है। प्राकृतिक तरीके से बनी रोली का ही यहाँ प्रयोग करें। मुंह धोने पर इसमें प्रयोग किये गए तत्वों का लाभ भी तिलकधारी को ही मिलता है।    

कुछ लोग रोली घर पर ही बनाना पसंद करते हैं। इसमें वो चन्दन, गुलाब-जल, केसर, गंगाजल, कर्पूर, चन्दन-तेल जैसे गुणकारी तत्व प्रयोग करते हैं। इसका रंग बाजार की रोली की तरह चटक लाल नहीं होता पर ये लाभकारी और मंगलकारी होती है। 

साबुत चावलों से बना अक्षत, रखता है हमारी इंद्रियों को नियंत्रित 

रोली के तिलक पर अक्षत (चावल) लगाए जाते हैं। 

हिंदू धर्म के अनुसार, अक्षत को चन्द्रमा का सूचक माना गया है। रोली के ऊपर अक्षत अर्पण करने से चन्द्र ग्रह को प्रसन्न किया जाता है। वो हमारी इन्द्रियों को नियंत्रित रखने में सहायता करते हैं। शुभ कार्य में कोई भी खंडित अथवा टूटी वस्तु का प्रयोग निषेध माना गया है। ख्याल रखें कि जो अक्षत आपने थाली में रखें हैं वो टूटे हुए ना हों। 

थाली में शक्कर की मिठास, करे सदा वर वधू के जीवन में निवास 

तिलक थाली में मिठाई रखना बिलकुल न भूलें। घर के बड़े तिलक कर भावी वर और वधू का मुँह मीठा करते हैं और आशीष देते हैं की ये मिठास हमेशा के लिए उनके रिश्ते में घुल जाए।  

वैसे तो आप कोई भी मिठाई रख सकते हैं पर मोतीचूर के लड्डू या मोदक बहुत ही शुभ होते हैं। ये विघ्नहर्ता प्रभु श्री गणेश जी की मनपसंद मिठाई जो है।  

पुष्प हों प्रेम और आदर से सुगन्धित, इनकी वर्षा से हो वर वधु का मन प्रफुल्लित 

किसी के ऊपर पुष्प वर्षा करना या उपहार में पुष्प देना आदर-सत्कार और स्वागत का प्रतीक होता है। पुष्प की मोहित करने वाली खुशबू मन को प्रफुल्लित करती है।  

आप कन्या और वर के ऊपर इनकी वर्षा कर ये आभास कराते हैं के आप खुले मन से उनका अपने परिवार में स्वागत कर रहे हैं। थाली में सुगंधित और ताज़े पुष्प को अवश्य सजाएं। 

रोके की रोली में जो मिल जाए गंगाजल, कर दे वर वधू का तन और मन पावन 

रोके का तिलक सूखा तिलक नहीं होता है। ऐसे में अगर रोली में वो जल मिलाया जाए जिससे नव जीवन की शुरुआत से पहले दोनों का तन और मन पावन हो सके तो फिर क्या कहना।  ऐसा जल हमारे शास्त्रों और पुराणों के अनुसार सिर्फ गंगाजल ही है। तिलक की थाली में गंगाजल अवश्य रखें।

अगर आपके पास रोली में मिलाने के लिए गंगाजल उपलब्ध नहीं है तो आप गुलाबजल का प्रयोग करें। अगर गुलाबजल भी नहीं है तो देसी गुलाब तो मिल ही सकता है। उसकी पत्तियों को 30 minute के लिए 1  कटोरी गरम पानी में डाल कर छोड़ दें और छानने के बाद आपका गुलाबजल तैयार है। 

 

रोके की थाली किस प्रकार और कौन से रंगों में सजा सकते हैं ?

थाली में सम्मिलित होने वाली वस्तुएं तो आपने एकत्रित कर ली, अब जानते हैं थाली को कैसे सजाएं।  

तिलक थाली को केवल शुभ रंगों से सजाएं और रस्म को परम मंगलमय बनाएं 

शुभ कार्य में कुछ रंग बेहद शुभ तो कुछ रंग निषेध माने जाते हैं। आप थाली की सजावट में पीला, लाल, नारंगी, हरा, सुनहरा आदि किसी भी रंग का प्रयोग कर सकती हैं। 

इनमें भी लाल, पीले और हरे रंग को सबसे ऊपर स्थान दिया गया है।  काला और नीला रंग प्रयोग न करें क्यूंकि इन रंगों को शुभ कार्य में सम्मिलित नहीं किया जाता है। शादी की किसी भी सजावट में सदा चटख अथवा मन को प्रफुल्लित करने वाले रंग ही प्रयोग किये जाते हैं।  

रोके की थाली को कुछ यूँ सजाएं कि तिलक के समय कुछ निगाहें उसपर भी थम जायें

आप थाली में लाल वेलवेट लगाकर उसके किनारे पर चौड़ा सुनेहरा गोटा या किनारी लगा सकती हैं। आप गोटे की जगह सुनहरी बिंदियाँ भी चिपका सकती हैं इससे आपका काम और आसान हो जायेगा। बाजार से बने बनाये सुन्दर patch भी थाली सजाने का अच्छा विकल्प है। आप सुन्दर मोर या फूल का patch अपनी थाली में एक किनारे से लगाएं और थाली के चारों तरफ सुन्दर lace चिपकायें।     

अगर थाली सजाने और सामान लाने के लिए समय नहीं है तब instant थाली रोके में सजाएं। थाली की किनारी पर सुर्ख गुलाब की पत्तियां का घेरा बनाएं और अंदर एक लेयर गेंदे की पत्तियों से घेरा बनाएं। रोली से थाली के बीच में एक सुन्दर स्वस्तिक बना लें। एक मिनट में आपकी थाली सुन्दर भी बन जाएगी और शुभ भी। 

 

आप जान गए न कि शगुन कि थाली कैसे तैयार करनी है। रोके का महत्व भी समझ लें और अच्छे से इस रस्म को निभाएं।

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